पश्चिम चंपारण जिला में अगले महीने सात नवंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि सात नवंबर को कृमि मुक्ति दिवस और 11 नवंबर को मॉप अप राउंड का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिले में 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चे एवं किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक अल्बेंडाजोल की गोली खिलायी जाएगी। यदि कोई बच्चा किन्हीं कारणों से छूट जाता है तो 11 नवम्बर को मॉप अप राउंड में भी गोली खिलाई जाएगी। साथ ही अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि अभियान के तहत जिले के सरकारी एवं निजी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से आशा के द्वारा अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
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तैयार किया जाएगा माइक्रोप्लान, होगा प्रचार-प्रसार ,Latest Bihar News अल्बेंडाजोल की गोली
डीआईओ डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि अभियान की सफलता को लेकर सभी सरकारी विद्यालयों एवं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोस्टर, बैनर, पंपलेट और माइकिंग आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जाएगा। जिससे कोई भी बच्चा यह दवाई खाने से छूट ना पाए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को उम्र के अनुसार खुराक दी जाएगी। उसी के हिसाब से बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
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उल्टी या मिचली महसूस होने पर घबराए नहीं
कृमि संक्रमण से बच्चों के स्वास्थ्य पर कई प्रकार के हानिकारक प्रभाव देखे जाते हैं। कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, बेचैनी, पेट में सूजन और उल्टी दस्त से बच्चा परेशान रहता है। यदि दवा खाने के बाद उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना एवं महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब ठीक हो जाता है।मिट्टी, पानी और वातावरण के कारण बच्चे और बड़े दोनों में हुकवर्म, टैप वर्म अन्य प्रकार के कृमि हो सकते हैं। बच्चों को इनसे बचाव के लिए साल में दो बार कृमि की दवा खिलानी चाहिए, ताकि उनकी सेहत अच्छी रहे एवं बच्चे स्वस्थ व तंदुरुस्त दिखें।
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