सहरसा । शहर के शंकर चौक मंदिर के प्रांगण में रविवार को बाजार बचाओ ब्रीज़ बनाओ संघ की बैठक अधिवक्ता शम्भू गुप्ता को अध्यक्षता मे हुई । बैठक में डी बी रोड,धर्मशाला रोड,दहलान चौक,पूरब बाजार के व्यवसायियों ने भाग लिया।उपस्थित,व्यवसायी ,किराएदार,मकान मालिक ने सर्व सम्मति से कहा कि प्रस्तावित ओवर ब्रिज के अनुसार अगर जमीन का अधिग्रहण होता है तो शहर के सड़क का पूर्वी भाग तोड़ फोड़ के बाद कुछ भी नही बचेगा।
डी बी रोड मे अनुपम वस्त्रालय से लेकर दहलान चौक और धर्मशाला रोड में वर्तमान नक्शा के अनुसार जमीन अधिग्रहण के बाद सिर्फ ठेला लगाने की जगह बचेगी।व्यवसायियो ने कहा कि पूल निर्माण की नई नई नई तकनीक विकसित होने के बावजूद इस शहर मे पुराने तकनीक से डिजाइन जिसमें 600 फिट का एप्रोच वॉल है। जिससे बाज़ार का अस्तित्व ही खत्म हो जायेगा। व्यपारी किसी भी शहर की रीढ़ की हड्डी होते हैं।वही सरकारी राजस्व के सबसे बड़े कर दाता होते हैं।ऐसे मे उनकी परेशानियों को भी फैसला लेने में पूरा ध्यान रखना जरूरी है।पूरे मामले पर सरकार के जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी गहन विचार कर फैसला ले।ताकि प्रस्तावित नक़्शे में आवश्यक सुधार कर पुल बनाया जाए। इससे व्यवसायियों को कोई आपति नहीं है।चंद छुट भैये नेता जनमानस में गलत प्रोपगंडा फैला कर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का काम कर रहें है । 31नंबर रेलवे फाटक पर रेल ओवर ब्रिज बनाने पर व्यापारियों को कोई आपत्ति नहीं है। परन्तु अप्रोच को छोटा करके छोटे चार चक्का वाहनों ,मोटर साइकिल के लिए पटना के चिड़ियाटाल पुल के तर्ज़ पर शंकर चौक से शुरू करके प्रशांत चित्रालय रोड में गिराया जा सकता है। पूर्व में भी ऐसे ही नक़्शे का प्रस्ताव पारित किया गया था । इससे बाज़ार को क्षति भी नहीं पहुंचेगी और राज्य सरकार को राजस्व की भी बचत होगी। वर्तमान नक्शा को ध्यान में रखकर बनाया गया था। परन्तु अब भारी वाहनों की आवाजाही सर्वा ढाला होकर गुज़र रही है ।उसपर बनने वाले आरओबी द्वारा होगा। ऐसे में पूरे बाज़ार को नष्ट कर ओवर ब्रिज बनाने का कोई औचित्य नहीं है।
ओवर ब्रिज के नाम पर शहर को जाम मुक्त बनाने के वजाय व्यापार मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।बाजार बचाओ ब्रिज बनाओ प्रतिनिधिमंडल ने मध्य रेलवे समपार फाटक 31 बंगाली बाजार में आरओबी निर्माण के प्रस्तावित नक्शे पर पुन:विचार को लेकर सहरसा के डी एम सहित सभी जनप्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा था। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अब तक व्यवसायी वर्ग को ओवरब्रिज के मुद्दे पर कोई सकारात्मक जबाब नहीं दिया गया है।जिससे व्यवसायियों में अटकलों का बाज़ार गर्म है। इसलिए सभी पहलू को ध्यान में रखकर ही यह निर्णय लिया गया है कि जिला प्रशासन से किसी तरह का साकारात्मक आश्वासन नही मिलने के कारण बाजार बचाओ ब्रीज बनाओ संघ ने सर्व सम्मति से 1 अप्रैल 2022 दिन शुक्रवार को सहरसा शहर स्थापना दिवस के दिन ही शहर की सुंदरता को बचाए रखने के लिए पूर्ण रूप से बाजार बंद करने का निर्णय लिया है। शहर के सभी व्यवसायी,प्रबुद्ध जनों से नम्र निवेदन है कि आंदोलन को तेज गति दे कर अपने विरोध प्रदर्शन को मजबूत कर व्यापार और शहर की सुंदरता बनाए रखने मै अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर सहयोग करे ।