चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मुजफ्फरपुर के बोचहा विधानसभा में राजद के तीन बड़े राजपूत चेहरे थे। बिस्कोमान चेयरमैन सह राजद विधान पार्षद डॉ सुनील कुमार सिंह शिवहर से राजद विधायक चेतन आनंद व पूर्व सांसद लवली आनंद.
इस विधानसभा के 16000 राजपूत मतदाताओं पर किसी का ध्यान नहीं राजद ने अपने थिंकटैक को इन वोटरों को अपने पाले में करने के लिए उतारा था। दिनभर छोटी-छोटी बैठक में हुई समाज के सभी तबके के लोगों के साथ सीधा संवाद हुआ। चेतन आनंद पिछले कई दिनों से अपनी मां लवली आनंद के साथ यही कैंप किए हुए हैं। राजपूत बहुल इलाकों में आनंद मोहन प्रकरण को लेकर रोष दिखा आम आदमी भी इस बात को मानता है कि आनंद मोहन के साथ अन्याय हुआ है
वह ऐसे मामले में सलाखों के पीछे बंद है जिससे उनका कोई लेना-देना नहीं तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनको रिहा करने की दिशा में बिहार सरकार कोई बड़ी पहल नहीं कर रही है। विधायक चेतन आनंद लोगों को यह बात समझा रहे हैं कि तेजस्वी यादव के हाथों में जब बिहार की कमान होगी तो सब को न्याय मिलेगा। जबकि उनकी मां लवली आनंद सीधे महिलाओं से कनेक्ट हो रही थी। इन दोनों के साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम इस बात की तरफ इशारा कर रहा था कि अब लोग जाग चुके हैं।
देर शाम बातचीत के क्रम में डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी है इसमें कोई शक नहीं राजद ने अब अपने एमवाई समीकरण के साथ ही साथ राजपूत भूमिहार ब्राह्मण वैश्य सभी तबकों को उचित प्रतिनिधित्व दिया है। उन्होंने कहा कि बोचहा का परिणाम बिहार की राजनीति में मील का पत्थर साबित होगा।