मोतिहारी,25मार्च।जिले के हरसिद्धि के चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की हत्या से सदमे में चल रहे उनके 14 वर्षीय पुत्र रोहित कुमार अग्रवाल ने पहले शरीर मे आग लगाया फिर तीन मंजिले छत से कूद कर आत्महत्या कर लिया। जिसके बाद इलाज के दौरान मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम मे उसकी मौत हो शुक्रवार सुबह हो गई। रोहित अपने पिता की हत्या के बाद पुलिसिया कार्रवाई से नाखुश चल रहा था। रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार की सुबह वह एसपी के पास पिता की हत्या मे न्याय की गुहार लगाने गया था।
इसके लिए उसने बकायदा फोन कर उनसे अनुमति भी ली थी। लेकिन एसपी ने उससे मिलने के बजाय अपने अधीनस्थ कर्मी को भेजा। जबकि रोहित लगातार एसपी से ही मिलने की गुहार लगाता रहा।काफी गुहार के बाद भी उसे कोई संतोषजनक जबाब नही मिलने के कारण वह काफी सदमे में था। वहां से लौटने के बाद रोहित ने घर के सामने एक तीन मंजिले निजी नर्सिंग होम के छत पर पहले उसने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए फिर केरोसिन तेल छिड़ककर शरीर मे आग लगाई। और छत से कूदकर बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरकर आत्महत्या कर लिया।
घटना मे बुरी तरह झुलसे रोहित को परिजनों ने उसे मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां गुरुवार देते और शुक्रवार कल सुबह रोहित की इलाज के दौरान मौत हो गयी। पहले पति अब न्याय के लिए पुत्र को खोने के कारण आरटीआई कार्यकर्ता की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है।उल्लेखनीय है कि हरसिद्धि के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या सरकारी जमीन से दबंगो के कब्जा हटाने को लेकर दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर कर दिया गया था ।घटना गत साल 24 सितंबर को प्रखंड कार्यालय से बाहर निकलने के दौरान हुआ था।पुलिस ने घटना में शामिल सुपारी किलर सहित कई को गिरफ्तार कर न्याययिक हिरासत में भेज दिया।वही हत्या में एक दबंग राजनेता नाम सुर्खियों में आया था।
जिसपर कारवाई नही होने को लेकर दो बार आरटीआई कार्यकर्ता के परिजन सड़क जाम कर आत्महत्या का प्रयास कर चुके थे। साथ ही जिस जमीन के कब्जा हटाने के आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या की गयी उस जमीन से प्रशासन आजतक अतिक्रमण को नही हटा सका। इस बाबत आरटीआई कार्यकर्ता दिवंगत बिपिन अग्रवाल के पिता रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि एसपी ने आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया जबकि हत्या के पांच महीने गुजरने के बाद भी हत्या के साजिशकर्ताओ को गिरफ्तार करने मे अक्षम रहा।
हत्या के पीछे हरसिद्धि बाजार स्थित करोड़ो की सरकारी जमीन है। जिस पर दबंगों ने कब्जा कर कई बहुमंजिले इमारत और व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्थापित कर लिया है। सूचना के अधिकार कानून के सहारे इसी कुकृत्य का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल ने किया था। जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गयी।अब हत्या मे न्याय के उनके पुत्र ने आत्महत्या कर लिया। इस घटना के बाद पूरे जिले मे आक्रोश व्याप्त है।