बिहार विधानसभा में आज मंत्री श्रवण कुमार और तेजस्वी यादव में भिड़ंत हो गई। श्रवण कुमार ने तेजस्वी यादव के बारे में कहा कि उन्होंने सदन को गुमराह किया है। बुधवार को मनरेगा को लेकर तेजस्वी यादव ने हमें गलत जानकारी देने को कहा था। लेकिन वे खुद गलत हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने प्रतिकार किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम जानते हैं कि कल आपको कहां से क्लास लगी है। आपको कहां से पढ़ाकर भेजा गया है। यह कहते ही मंत्री श्रवण कुमार आग बबूला हो गए। दोनों में खूब वाद-विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ गई कि तेजस्वी यादव ने ऐलान कर दिया कि जब तक मंत्री माफी नहीं मानेंगे तब तक वे सदन में नहीं आयेंगे। यह कहकर वे और उनके विधायक सदन से निकल गए।
तेजस्वी यादव की गंभीर टिप्पणी के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हम कर्पूरी ठाकुर के चेला हैं। हमें कोई गाइड नहीं कर सकता। आपके जैसे हम सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए हैं। इस दौरान दोनों में खूब बकझक हुआ। मंत्री श्रवण कुमार ने सदन में कहा कि मनरेगा को लेकर सदन में हमने जो जानकारी दी है वो पूरी तरह से सही है। तेजस्वी यादव ने फर्जी वेबसाइट का डेटा लेकर सदन को गुमराह किया है। इस पर तेजस्वी यादव ने सदन में ही दिखाया कि देखिए इस वेबसाइट पर यह रिकार्ड है। वहीं मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि मेरा वेबसाइट सही है। इस दौरान भारी हंगामा हुआ। तेजस्वी यादव ने कहा कि मंत्री ने सदन में मेरा अपमान किया है।
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद आज सदन में घिर गये। प्रश्नकाल के दौरान सदस्य ने छपरा के मढ़ौरा नगरपरिषद में आउटसोर्सिंग एजेंसी के काम अलॉट करने पर सवाल उठाय़ा। विधायक ने प्रश्न पूछा कि क्या बिना टेंडर के ही एक कंपनी को आउट सोर्सिंग के तहत काम दे दिया गया।क्या सरकार ने बिना टेंडर के काम अलॉट करने का प्रावधान किया है ? नगर विकास मंत्री सह डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद इस सवाल पर साफ-साफ जवाब देने से बचने लगे और कहा कि हम डीएम से जांच करायेंगे। सवालों में घिरते देख तेजस्वी यादव ने तारकिशोर प्रसाद से पूछा कि बताएं कि उक्त कंपनी को टेंडर के तहत काम मिला या बिना टेंडर के?
तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि इस सवाल का जवाब सरकार को देना होगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री के पास इसका जवाब ही नहीं है। स्पीकर विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम को फंसते देख कहा कि जानकारी ले लेंगे और बता देंगे। स्पीकर के आदेश पर नेता प्रतिपक्ष बैठ गए। यूपी चुनाव में बीजेपी की बड़ी बढ़त का असर बिहार विधानसभा में भी देखने को मिला। सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई बीजेपी सदस्यों ने जोरदार नारे लगाए। भाजपा विधायकों ने जय श्री राम और भोलेनाथ के जयकारा लगाया। इस पर राजद सदस्यों ने आपत्ति जताई। राजद विधायक कुमार सर्वजीत ने स्पीकर से कहा कि सदन में भोलेनाथ का मंदिर ही बनवा दिया जाए। प्रश्नकाल के दौरान ललित यादव ने सवाल उठाया कि बिहार में स्कूटर से धान की ढुलाई की गई है।
राजद विधायक ने सदन में बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 2011,2012,2013 में स्कूटर से धान की ढुलाई की गई। इस मामले में 2015 में मुजफ्फरपुर में केस भी दर्ज कराई गई है। इस पर खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने सदन में जवाब दिया कि इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आई है। हमने जांच करा ली है। राजद विधायक ने सदन में जब सबूत पेश किया तो स्पीकर ने कहा कि इस मामले को दिखवा लीजिए। वैसे पहले स्कूटर से तो बहुत कुछ की ढुलाई हो चुकी है। मंत्रई श्रवण कुमार ने कहा कि राजद के शासन काल में सांढ की ढुलाई स्कूटर से की गई थी। वो राज अब नहीं है। राजद विधायक की आपत्ति के बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि हर व्यक्ति के अंदर मंदिर है. अलग से मंदिर बनवाने की क्या जरूरत है। इसके बाद स्पीकर ने भाजपा सदस्यों को शांत कराया। तब जाकर प्रश्नकाल की शुरूआत हुई।