नवादा ,25 मार्च ।नवादा जिले के रजौली प्रखंड मुख्यालय से सटे इलाके में घने जंगल और पहाड़ी है, जहां जंगली जानवर निवास करते हैं लेकिन इन दिनों शराब माफियाओं ने महुआ चुनने के लिए जंगल में आग लगा दी है।जिससे जंगल में निवास कर रहे जंगली जानवरों को इससे काफी परेशानी हो रही है।वह इधर- उधर भटक कर ग्रामीण इलाके की ओर आ रहे हैं। वहां भी उनको उतना ही खतरा महसूस हो रहा है। जंगल में लगी आग धीरे-धीरे तेजी से पूरे जंगल में बढ़ता जा रहा है, जिससे जंगली जानवर इधर-उधर भाग रहे हैं। यह पहली बार नहीं हुआ है, प्रत्येक वर्ष महुआ के सीजन में इसी तरह से जंगल में आग लगाया जाता है।
शुक्रवार को हरदिया पंचायत के चोरडीहा गांव के पास एक हिरण का बच्चा जंगल से भटकते हुए गांव की ओर आ गया। ये तो गनीमत रही कि ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दिया। जिसके बाद वन विभाग के फॉरेस्टर राजकुमार पासवान दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर हिरण के बच्चे को अपने कब्जे में लेकर वन विभाग के परिसर में लाया और इसकी सूचना डीएफओ को दिया गया है।
बताते चलें कि महुआ चुनने के लिए फुलवरिया डैम से सटे जंगल के पहाड़ी पर आग लगाई गई। दीवोर गांव से सटे पहाड़ी में आग लगाई गई है, जमुदाहा, चोरडीहा गांव से सटे जंगलों में महुआ चुनने के लिए शराब माफियाओं द्वारा आग लगा दिया गया है,ताकि महुआ के पेड़ के आसपास पत्ते का ढेर ना रहे। जंगली इलाके में महुआ से अवैध शराब का निर्माण किया जाता है। हालांकि पुलिस सख्ती बरत रहे ।बावजूद शराब निर्माण की स्थितियों में कोई बहुत कमी नहीं आ रही है।
फॉरेस्टर राजकुमार पासवान ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर वन विभाग में काम कर रहे कर्मी के द्वारा जंगल में आग लगाने वाले लोगों का नाम का सही तरीके से सत्यापन कराया जा रहा है,सत्यापन होने के बाद उन लोगों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।