

पटना, 20 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने गुरुवार को पद की शपथ ली। इस दौरान जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने अगले पांच साल एनडीए सरकार के विजन के बारे में बताया। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए का प्रचंड लहर आया है। वहीं, विपक्ष के लिए यह कहर है। बिहार के लोगों ने लहर और कहर के बीच में जनादेश दिया है। हमारी प्राथमिकताएं तय हैं। हम बेटियों का कन्यादान करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे बिहार के अंदर कन्या विवाह मंडप बनाएंगे, वो भी बगैर जमीन लिखवाए और एक रुपए लिए बिना।” उन्होंने कहा, “संगठित क्षेत्र में एक करोड़ लोगों को रोजगार देने का जो लक्ष्य रखा है, उसे पूरा करेंगे। हम निश्चय वाले हैं, जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। हर जिले में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और महिला रोजगार योजना, गांव-गांव में दिखाई पड़ेगा। गांव की तस्वीर हमने बदली है और अब हम तकदीर बदलने की लड़ाई लड़ रहे हैं। देश में विकास के मामले में बिहार विकसित राज्य के मानक के अनुरूप आ जाए, इस अपेक्षा के साथ जनता ने हमें जनादेश दिया है।” उन्होंने बताया, “शिक्षकों की बहाली के लिए हमने प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। हमारे विभिन्न विभाग इस संदर्भ में अधिसूचना की तैयारी कर चुके हैं। युवाओं को रोजगार का बेहतर अवसर देना हमारा मकसद है। हमारा रोजगार हर पंचायत में दिख रहा है। चाहे वह शिक्षक, न्यायमित्र, टोलासेवक और विकास मित्र के रूप में हो। तमाम मानकों पर यह दिख रहा है। कोई यह नहीं कह सकता है कि रोजगार के लिए उसको एक रुपए भी देने पड़े हों। हमारी सरकार ने हर धर्म-जाति के लोगों को रोजगार देने का काम किया है। अब दौर बदल चुका है और एम-वाई समीकरण का दौर नहीं रहा।” जदयू प्रवक्ता ने कहा, “नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बदलता बिहार एक ऐसा पैगाम देगा कि आने वाली पीढ़ियां इसका मूल्यांकन करेंगी। बिहार के बंटवारे के बाद बालू, आलू के साथ एक नेता जी का नाम लिया जाता था, लेकिन आज वहां पर सड़क, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और स्कूल की चर्चा हो रही है।” उन्होंने अगले पांच साल तक गठबंधन की सरकार सुचारू रूप से चलते रहने का दावा करते हुए कहा, “नीतीश कुमार जानते हैं कि गठबंधन की सरकार कैसे चलाई जाती है, अगर अटल बिहारी वाजपेयी के बाद इसके बारे में किसी को सीखना है, तो नीतीश कुमार से सीखें।” –आईएएनएस एससीएच/एबीएम






