आग से झुलसने से समस्तीपुर जिले के एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत पंजाब में हो गई। परिवार 20 साल पहले लुधियाना कमाने गया था। परिवार का एकमात्र सदस्य राजेश कुमार (22 वर्ष) ही जिंदा बचा है। हादसे की रात वह अपने दोस्त के घर सो रहा था। उसकी 29 अप्रैल को शादी होने वाली थी। इसी खुशी में पूरा परिवार गांव आने वाला था, लेकिन इससे पहले ही शहनाई के बदले घर में मातम छा गया। घटना पंजाब प्रांत के लुधियाना शहर के समरौला चौक के समीप टिब्बा रोड मक्कड़ कॉलोनी की है।
घटना की जानकारी जैसे ही लगी, गांव में मातम छा गया। पड़ोसी कनिया देवी ने बताया कि सुरेश सहनी ने शादी को लेकर ग्रामीणों को न्योता भी दे दिया था। सभी लोग गांव में परिवार का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, भगवान को कुछ और ही मंजूर था कि यह दर्दनाक हादसा हो गया। घटना की सूचना मिलने के बाद सीओ अरुण कुमार सक्सेना, राजस्व अधिकारी प्रिया आर्यनी, पंचायत सचिव अनिल कुमार मिश्रा, सरपंच पति मिथिलेश सहनी गांव पहुंचे।
इस संबंध में जांच करने पहुंचीं राजस्व अधिकारी प्रिया आर्यनी ने बताया कि जिला प्रशासन की सूचना पर टीम पहुंची है। जांच पड़ताल की जा रही है। ग्रामीणों का कहना था कि पूरा परिवार 20 साल से पंजाब में रहकर मजदूरी करता था। जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।
हादसा मंगलवार देर रात करीब पौने 3 बजे झुग्गी में आग लगने से हुआ। यहां कूड़े के ढेर के साथ बनी झुग्गी में अचानक भीषण आग लग गई। चीख-पुकार सुनकर लोग दौड़े आए। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची, जिसने कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि परिवार का कोई सदस्य बाहर नहीं निकल पाया।अगलगी में समस्तीपुर जिले के बाघोपुर गांव के हनुमान नगर वार्ड संख्या 9 निवासी स्व. दुलाल सहनी के पुत्र सुरेश सहनी (55 वर्ष) उसकी पत्नी अरुणा देवी (52 वर्ष) पुत्री राखी कुमारी (15 वर्ष), मनीषा कुमारी (10 वर्ष), गीता कुमारी (8 वर्ष), चंदा कुमारी (5 वर्ष) और पुत्र सन्नी कुमार (2 वर्ष) की मौत आग से झुलसने की वजह से हो गई। वहीं हादसे में बड़ा पुत्र राजेश कुमार (22 वर्ष) बच गया। हादसे के दौरान वह अपने दोस्त के घर सो रहा था।