इटावा,16 मार्च । जनपद में थाना लवेदी क्षेत्र के अंतर्गत विरोधियों को फंसाने के लिए अपने अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले कुख्यात गैंगस्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह ने बताया कि बीते मंगलवार को थाना लवेदी पर कुलदीप नामक युवक ने अपने भाई प्रदीप के अपहरण होने की सूचना दी। उसने पुलिस को बताया था कि मंगलवार को सुबह नौ बजकर पंद्रह मिनट पर मेरे छोटे भाई प्रदीप के फोन से मेरे फोन पर कॉल आई। उसने बताया कि कुछ अज्ञात लड़कों के द्वारा मुझे बम्बा के पास घेर लिया गया है। उसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया है। जब मेरे द्वारा बम्बा के पास जाकर देखा गया तो वहां ट्यूबबेल पर मुझे मेरे भाई की साइकिल पड़ी मिली। उसने बताया कि मुझे सन्देह है कि मेरे छोटे भाई का अपहरण कर लिया गया है।
वादी की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर युवक की तलाश करने के लिए टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक और मैन्युल साक्ष्यों को संकलित करते हुए अपहृत युवक प्रदीप चौहान उर्फ डीजे को चंद्रपुरा नहर के पास स्थित हनुमान मंदिर के पास से बरामद कर लिया। पुलिस पूछताछ में बरामद युवक ने बताया कि बीते दस मार्च को गांव नवादा खुर्द कला में बने हर्बल पार्क में लोकेंद्र सिंह और उसके परिवारीजनों से कहासुनी हो गयी थी और ग्यारह मार्च को थाना पुलिस के द्वारा मुझे तमंचा और कारतूस सहित पकड़े जाने पर जेल भेज दिया था।
चौदह मार्च को मैं जेल से जमानत पर बाहर आ गया था। यह शक होने पर लोकेंद्र सिंह प्रधान व उसके घरवालों ने मुझे पकड़वाकर जेल भिजवाया है, इसको लेकर उन सबसे बदला लेने की भावना से षणयंत्र रचकर मेरे द्वारा स्वयं के अपहण की झूठी सूचना अपने भाई कुलदीप सिंह के मोबाइल फोन पर दी गयी। उसके बाद अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और सिम तोड़कर नहर में फेंक दिया था। एसएसपी ने बताया कि बरामद अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है, जिसके खिलाफ जनपद के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं और इससे पहले भी कई बार वह जेल जा चुका है। उन्होंने बताया कि बरामद अभियुक्त के पास से पुलिस ने एक मोबाइल फोन बिना सिम कार्ड का बरामद किया है।