
चेन्नई, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोमवार को दीपावली मनाए जाने के मद्देनजर चेन्नई के हजारों लोगों ने 16 अक्टूबर से ही अपने घर के लिए यात्रा शुरू कर दी है, जो कि शहर के वर्ष के सबसे व्यस्त यात्रा सप्ताहांतों में से एक है। जैसे ही लोग परिवार और दोस्तों के साथ त्योहार मनाने के लिए अपने गृहनगर की ओर निकले तो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों और राजमार्गों पर भारी भीड़ देखी गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (टीएनएसटीसी) ने चेन्नई से राज्य भर के विभिन्न जिलों के लिए कुल 20,378 विशेष बस सेवाओं की व्यवस्था की। 2,092 बसों के नियमित बेड़े के अलावा, 2,834 विशेष बसें प्रतिदिन सेवा में लगाई गई है, जो हजारों यात्रियों को दक्षिणी और पश्चिमी जिलों तक लेकर जाती थीं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन दिनों में ही चेन्नई से सरकारी बसों में 6,15,992 यात्रियों ने यात्रा की है। परिवहन विभाग के अनुसार, शनिवार को 4,926 बसों (नियमित और विशेष दोनों सेवाओं सहित) ने लगभग 2,56,152 यात्रियों को पहुंचाया। अतिरिक्त सेवाओं के बावजूद, कोयम्बेडु, माधवरम और ताम्बरम सहित अधिकांश बस स्टैंडों पर भीड़भाड़ बनी रही, और यात्रियों को बस में चढ़ने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। चेन्नई सेंट्रल, एग्मोर और ताम्बरम रेलवे स्टेशनों पर भी भीड़ इतनी ही थी, जहां दक्षिण की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें खचाखच भरी हुई थीं। दक्षिणी जिले की ट्रेनों में ख़ासी भीड़ थी, और कई यात्री पूरी यात्रा के दौरान खड़े रहे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ज़्यादातर दीपावली स्पेशल ट्रेनें कई दिन पहले ही पूरी तरह बुक हो चुकी थीं। इस बीच, जीएसटी रोड जैसे मुख्य राजमार्गों पर निजी वाहनों की संख्या ने भीड़ बढ़ा दी। कारों की लंबी कतारें एक-दूसरे से सटी हुई थीं, जिससे ऐसा लग रहा था जैसे तांबरम से चेंगलपट्टू तक ट्रैफिक की रफ्तार बेहद धीमी रही। परनूर, सिंगापेरुमल कोइल और पेरुंगलथुर स्थित टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय एक घंटे से अधिक रहा तथा देर रात तक भारी यातायात की सूचना मिली। परिवहन विभाग के आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, लगभग 18 लाख लोग दीपावली मनाने के लिए चेन्नई से अपने गृहनगर जा चुके हैं। इनमें से 9.5 लाख लोग ट्रेन से, 6.15 लाख सरकारी बसों से, लगभग दो लाख बसों से और 1.5 लाख निजी कारों से यात्रा कर चुके हैं। लाखों लोगों के शहर छोड़ने के कारण शनिवार की शाम चेन्नई में लगभग सन्नाटा पसरा रहा। आमतौर पर चहल-पहल वाली सड़कें भी शांत हो गईं। –आईएएनएस एकेएस/एएस