फरीदाबाद, 16 मार्च । फरीदाबाद पुलिस ने एनआईटी में 1/2 के चौक पर स्थित फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज के ब्रांच मैनेजर गोपाल दत्त, रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव सत्यभान और ग्राहक सेवा कार्यकारी निशा को गिरफ्तार कर बड़े घोटाले का खुलासा किया है। तीन पहले इनकी गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में आरोपितों ने माना है कि उन्होंने ग्राहकों के गिरवी रखे गए 17 लाख रुपये के असली सोने को बदलकर नकली सोना रख दिया। यह जानकारी सीआईए सेक्टर-48 प्रभारी राकेश कुमार ने बुधवार को दी।
उन्होंने बताया कि आरोपितों के कब्जे से सोने के 2 कड़े, 5 चेन, 2 गिन्नी ( बिस्किट), वारदात में प्रयोग किया गया कांटा और 23 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई है। आरोपित गोपाल फरीदाबाद के सुनपेड़, सत्यभान मथुरा के कोसी और निशा पलवल के मरोली गांव की रहने वाली है। इन तीनों के खिलाफ फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज के एरिया मैनेजर उमाशंकर ने 27 जनवरी को शिकायत दी थी।
सीआईए सेक्टर-48 प्रभारी राकेश कुमार का कहना है कि शिकायत के मुताबिक यह कंपनी गोल्ड के बदले गोल्ड लोन प्रदान करती है। फरीदाबाद एनआईटी में 1/2 के चौक के पास वाली ब्रांच के गोपाल दत्त, सत्यभान और निशा ने ग्राहकों के गिरवी रखे गए सोने को बदलकर उसकी जगह उतने ही वजन का नकली सोना रखकर कंपनी के साथ धोखाधड़ी की है। आरोपितों ने अब तक 17 लाख रुपये कीमत के 362.36 ग्राम (36 तोला) सोने को बदलकर उसकी जगह उतने ही वजन का नकली सोना रख दिया। जनवरी 2022 में दो-तीन ग्राहक गिरवी रखा हुआ सोना वापस लेने आए तब यह हेराफेरी सामने आई। ऑडिट में सोने के करीब 33 पैकेट में फेरबदल पाया गया। इसके बाद तीनों को सस्पेंड कर दिया गया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने 10 मार्च को ग्राहक सेवा कार्यकारी आरोपित निशा को जांच में शामिल किया। उसने सारा राज उगल दिया। उसे अदालत में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। आरोपित महिला के पास से 67.02 ग्राम वजन के सोने के 2 कड़े और 4 चेन बरामद की गईं। मैनेजर तथा रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव को 13 मार्च को गिरफ्तार करके अदालत में पेशकर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। मैनेजर ने स्वीकार किया कि सोने को औने पौने दाम पर लोगों को बेच दिया गया। उसके पास सोने की 3 चेन बची थीं। उसने सोने की क्रमश: 30 तथा 6.5 ग्राम की दो चेन को पिघलवाकर दो गिन्नी (बिस्किट) बनवा लिए थे। मैनेजर के कब्जे से सोने की उक्त 2 गिन्नी, एक बची हुई चेन, वारदात में उपयोग वजन कांटा तथा 18 हजार रुपए नकदी बरामद की गई। सत्यभान ने पूछताछ में कहा कि उसका धोखाधड़ी में कोई हाथ नहीं है। उसे केवल चुप रहने के लिए पैसे दिए जाते थे। मैनेजर ने उसे अलग-अलग समय पर 80 हजार रुपए दिए। उससे 5 हहजार रुपये बरामद हुए हैं। निशा को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। गोपाल दत्त और सत्यभान को गुरुवार को अदालत में दोबारा पेश किया जाएगा।