मोतिहारी,।जिले के हरसिद्धि मे आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के घर आज चम्पारण रेंज के डीआईजी पी.के. प्रवीण डीएम शीर्षत कपिल अशोक एसपी डॉ. कुमार आशीष अरेराज के एसडीओ संजीव कुमार व डीएसपी रंजन कुमार पहुंचे और परिजनों से घटना से जुडी पूरी जानकारी लेने के बाद घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताते हुए पीड़ित परिजनो को न्याय दिलवाने की बात कहीं। मौके पर उपस्थित पत्रकारो को संबोधित करते हुए डीआईजी पी के प्रवीण ने कहा कि विपिन अग्रवाल के हत्या में संलिप्त कोई भी दोषी नही बचेगे। सभी आरोपो को बिदुवार सूचीबद्ध किया गया। साथ ही साक्ष्य को लिया गया है। जिसकी पूरी जांच होगी।
उल्लेखनीय है कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या बीते 24 सितंबर को दिनदहाडे कर दिया गया था। जिसमे न्याय पाने के लिए परिजन लंबे समय से संघर्षरत है।और न्याय न मिलने क्षुब्ध उनका 14 वर्षीय पुत्र रोहित अग्रवाल गत गुरुवार की रात शरीर पर केरोसिन छिड़कर आग लगाकर तीन मंजिले इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद जिले से लेकर पूरे सूबे मे हडकंप मचा हुआ है। अधिकारियो के सामने विपिन अग्रवाल की पत्नी मोनिका देवी ने कहा आप शासन हैं। हमको न्याय दिलवाइए। पिछले वर्ष मेरे घर पर हमला किया गया। मुझे बाजार में घसीट कर पीटा गया। पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाती रह गई। सुरक्षा मिलने के बजाय मेरे पति को दिनदहाड़े मार दिया गया। बेटे ने आत्महत्या कर ली। न्याय के लिए गुहार लगाते-लगाते थक चुकी हूं। कोई सुनने वाला नहीं। पति को खोने का दर्द बर्दाश्त कर लिया लेकिन बेटे को खोने का गम अब नहीं सह पाऊंगी। आप लोग कुछ कीजिए नहीं तो अगली बारी मेरी होगी। मेरे पति समाज के लिए लड़ रहे थे। क्या समाज के लिए लडने वालो का यहीं हश्र होता है।इस दौरान वे पुलिस अधिकारियों से पूछा कि आखिर क्यो दोषी लोगो को पुलिस पकड़कर पीआर बांड पर छोड़ दिया।
उन्होने कहा कि जिस सरकारी जमीन के लिए मेरे पति और पुत्र शहीद हो गये आखिर उस जमीन पर से भूमाफियाओ का अब तक कब्जा क्यो नही हटाया गया। वहीं स्व. विपिन अग्रवाल के पिता विजय अग्रवाल ने अधिकारियों से कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते-लड़ते मेरा बेटा शहीद हो गया। बस उसका कसूर इतना था कि वह आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप मे सरकार के लिए लड़ रहा था। उन्होंने कहा मेरे बेटे को शहीद का दर्जा देते हुए हरसिद्धि मे सरकारी जमीन पर उसकी प्रतिमा लगाई जाए। इस पर डीएम ने कहा कि आप अपनी मांग लिखित मे दीजिए। हम हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होने कहा कि मेरे बेटे की हत्या राजनेता व भू माफिया के गठजोड़ के कारण हुई है। जिसका पुख्ता सबूत है। विपिन ने अपने जीवनकाल में लिखित रूप से कई बार अधिकारियों को आवेदन देकर हत्या का अंदेशा जताया था। पटना उच्च न्यायालय व लोकायुक्त के पास सरकारी जमीन को खाली कराने को लेकर दर्जनों अतिक्रमणवाद का केस लड़ रहा था। कुछ में निर्णय भी आया था। उन्होंने डीएम को साक्ष्य के रूप मे जरूरी दस्तावेज सौंपते हुए बताया कि हरसिद्धि बाजार की कई एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़े से हथियाई जमीन पर स्थापित एचपी पेट्रोल पंप को लोकायुक्त,पटना के आदेश पर सील किया गया। लेकिन आज तक उस पर से अतिक्रमण नहीं हटा। विजय अग्रवाल ने बेटे की हत्या की जांच सीआईडी नहीं सीबीआई से कराने की मांग रखी। इस पर डीआईजी पी के प्रवीण ने कहा कि यह मेरे क्षेत्राधिकार में नहीं है। लेकिन हत्या में शामिल कोई भी आरोपित यदि जांच में दोषी पाए गए तो बचेंगे नहीं।अधिकारियो ने विपिन के हत्या एवं रोहित की आत्महत्या वाले स्थल का भी निरीक्षण किया।
मौके पर एसपी डॉ. कुमार आशीष ने कहा कि विपिन हत्या कांड में आरोपित 15 में सात लोग न्यायिक हिरासत में है। आठ की गिरफ्तारी के किए कुर्की वारंट की नोटिस भेजी जा रही है। अन्य 11 लोगों की भूमिका की जांच जल्द ही पूरी की जायेगी। मामले में दोषी सभी अभियुक्तो को स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाया जायेगा। वही एसपी कार्यालय से लौट कर रोहित के आत्महत्या के सवाल पर डीआईजी ने कहा कि सभी साक्ष्य मौजूद है जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है।